भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर नौवां स्थान हासिल किया
Ground Mirror. आखिरकार जर्मनी की अंत तक हार नहीं मामने की आदत ने, उसे एक बार फिर हाॅकी का सिरमोर बना दिया। जर्मनी ने एफआईएच हाॅकी पुरुष विश्व कप के रविवार को भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में बेल्जियम को पेनाल्टी शूटआउट में 5-4 से परास्त कर दिया। बेल्जियम गत चैंपियन था। जर्मनी इससे पहले 2002 और 2006 में यह खिताब जीत चुका है। यानी अब विश्व कप हाॅकी खिताब तीन बार जीतने वाला दुनिया का पहला देश बना गया है। पाकिस्तान और आस्ट्रेलिया दो बार विश्व चैंपियन बन चुके हैं। जर्मनी ने टूर्नामेंट में लाजबावख् हाॅकी का प्रदर्शन किया है। जर्मनी ने क्वार्टरफाइनल में इंग्लैंड से दो गोल से पिछड़ने के बाद खेल के अंतिम ढाई मिनट में बराबरी की और फिर पेनाल्टी शूटआउट में जीत हासिल की। इसी तरह सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया से 2-0 से पीछे चलने के बाद अंतिम छह सेकंड में गोलकर जीत दर्ज थी। भारत ने दक्षिणअफ्रीका को 5-2 से हराकर अर्जेंटीनाके साथ नौवां स्थान हासिल किया है। इससे पहले क्वालिफिकेशन मैच में भारत ने जापान को 8-0 से हराया था। भारत ने पूरे टूर्नामेंट में सिर्फ न्यूजीलैंड से सडनडेथ में हार और इंग्लैंड से ड्रा के आलावा कोई मुकाबला नहीं हारा है। न्यूजीलैंड से पराजय को भारत कभी नहीं भूलेगा।
नीदरलैंड को कांस्य पदक : टूर्नामेंट में नीदरलैंड ने आस्ट्रेलिया को 3-1 से हराकर कांस्य पदक जीता है। आस्ट्रेलिया टीम 1998 के बाद से पहली बार खाली हाथ लौटी है। यानी पिछले 24 साल से विश्व कप में टाॅप थ्री में रही है और कोई न कोई खिताब लेकर लौटी है।