Sports Desk. भारत ने साउथ अफ्रीका को दूसरे टेस्ट में 7 विकेट से हरा दिया। दोनों टीमें 4 पारियां मिलाकर भी 107 ओवर ही बैटिंग कर सकीं। ये 147 साल के टेस्ट इतिहास का सबसे छोटा मुकाबला रहा, जिसमें नतीजा निकला। रोहित शर्मा साउथ अफ्रीका में टेस्ट जीतने वाले चौथे भारतीय कप्तान बने।
केप टाउन में गुरुवार को साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग चुनी, लेकिन टीम 55 रन पर ही ऑलआउट हो गई। भारत भी अपनी पहली पारी में 153 रन ही बना सका, हालांकि टीम को 98 रन की बढ़त मिली।
साउथ अफ्रीका अपनी दूसरी पारी में 176 रन ही बना सका। टीम 78 रन से आगे रही, इसलिए भारत को 79 रन का टारगेट मिला। टीम इंडिया ने इसे दूसरे सेशन के 12 ओवर में ही 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
ओवर के हिसाब से सबसे छोटा टेस्ट
ओवर फेंके जाने के हिसाब से ये इतिहास का सबसे छोटा टेस्ट मैच रहा, जिसमें नतीजा निकला। केप टाउन टेस्ट में साउथ अफ्रीका ने 60.1 (36.5 और 23.2) ओवर बैटिंग की। जबकि भारत ने 46.5 (34.5 और 12) ओवर बैटिंग की। यानी मैच 107 ओवर में ही खत्म हो गया।
इससे पहले सबसे छोटे टेस्ट का रिकॉर्ड 1932 में बना था। तब मेलबर्न में साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट महज 109.2 ओवर चला था। इस मुकाबले में 656 गेंदें फेंकी गई थीं, इसे ऑस्ट्रेलिया ने पारी और 72 रन से जीता था। जबकि भारत और साउथ अफ्रीका के बीच मुकाबले में 642 गेंदें ही फेंकी गईं।
5 दिन भी नहीं चले 2 टेस्ट
साउथ अफ्रीका और भारत के बीच 2 टेस्ट की सीरीज में 5 दिन का भी खेल नहीं हुआ। पहला टेस्ट 3 दिन तक चला, इसे साउथ अफ्रीका ने पारी और 32 रन से जीता। जबकि दूसरा टेस्ट एक दिन और दूसरे सेशन में ही खत्म हो गया, इसे भारत ने 7 विकेट से जीता। यानी दोनों मुकाबले मिलाकर भी 5 दिन का खेल पूरा नहीं हो सका।
पहले टेस्ट में 210.3 ओवर और दूसरे में 108 ओवर फेंके गए। यानी 2 टेस्ट मैच 318.3 ओवर में खत्म हो गए। टेस्ट के एक दिन में 90 ओवर फेंके जाते हैं, अगर इस हिसाब से देखें तो टेस्ट सीरीज में साढ़े 3 दिन के ओवर ही फेंके जा सके, क्योंकि 4 दिन में भी कुल 360 ओवर की बॉलिंग होती है।
केप टाउन में भारत ने पहली बार टेस्ट जीता
केप टाउन के न्यूलैंड्स स्टेडियम में भारत ने पहली बार कोई टेस्ट जीता। टीम ने यहां 7 टेस्ट खेले, भारत को 4 में हार मिली, जबकि 2 मुकाबले ड्रॉ भी रहे। भारत ने यहां पहला टेस्ट 1993 में खेला था। रोहित शर्मा केप टाउन टेस्ट जीतने वाले पहले एशियन कप्तान बने। केप टाउन में उनसे पहले अब तक कोई भी एशियन टीम टेस्ट नहीं जीत सकी थी।
भारत ने साउथ अफ्रीका में 14 साल बाद सीरीज ड्रॉ कराई
दूसरा टेस्ट जीतने के साथ ही 2 टेस्ट की सीरीज 1-1 से बराबर हो गई। साउथ अफ्रीका ने पहला टेस्ट पारी और 32 रन से जीता था। रोहित शर्मा साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बने। इससे पहले 2010 में महेंद्र सिंह धोनी ने भी 3 टेस्ट की सीरीज 1-1 से ड्रॉ कराई थी।
इसके साथ ही रोहित साउथ अफ्रीका में कोई टेस्ट जीतने वाले चौथे भारतीय कप्तान बने। उनसे पहले एमएस धोनी, राहुल द्रविड़ और विराट कोहली ही यहां भारत को टेस्ट जिता सके थे। धोनी और द्रविड़ ने 1-1 टेस्ट जिताया, जबकि कोहली की कप्तानी में भारत ने 2 टेस्ट जीते हैं।
भारत ने 58वें मैदान पर मैच जीता
केप टाउन के स्टेडियम में जीत के साथ भारत दुनिया में सबसे ज्यादा मैदानों पर टेस्ट जीतने वाला देश बन गया। टीम ने ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 57 मैदानों पर टेस्ट जीते हैं। भारत ने केप टाउन टेस्ट में जीत के साथ 58वें मैदान पर जीत दर्ज की।
करियर का आखिरी टेस्ट हारे डीन एल्गर
साउथ अफ्रीका से दूसरे टेस्ट में डीन एल्गर कप्तानी कर रहे थे। रेगुलर कप्तान टेम्बा बावुमा इंजरी के कारण मैच नहीं खेल सके। एल्गर ने सीरीज से पहले ही अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी। पहले टेस्ट में उन्होंने 185 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई थी।
दूसरे टेस्ट में एल्गर 4 और 12 रन की पारियां ही खेल सके। टीम उनके करियर का आखिरी मुकाबला और सीरीज नहीं जीत सकी। आखिरी पारी में फील्डिंग पर आने के दौरान साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों ने एल्गर को गार्ड ऑफ हॉनर दिया। सभी प्लेयर्स ने एल्गर के सम्मान में खड़े हो कर तालियां बजाईं।
बुमराह के झटकों से साउथ अफ्रीका बैकफुट पर पहुंचा
साउथ अफ्रीका ने दूसरे दिन 62/3 के स्कोर से अपनी पारी आगे बढ़ाई। ऐडन मार्करम ने 36 और डेविड बेडिंघम ने 7 रन के स्कोर से खेलना शुरू किया। जसप्रीत बुमराह ने पहले ही ओवर में डेविड बेडिंघम को पवेलियन भेज दिया। बुमराह ने 6 विकेट लेकर अपना स्पेल खत्म किया।
मार्करम के शतक से साउथ अफ्रीका को मिली बढ़त
साउथ अफ्रीका ने पहले सेशन में 19.5 ओवर बैटिंग की और अपने बचे हुए 7 विकेट 114 रन बनाकर गंवा दिए। ऐडन मार्करम ने 106 रन की पारी खेली। उनके शतक के दम पर साउथ अफ्रीका ने 36.5 ओवर में 176 रन बनाए। टीम को 78 रन की बढ़त मिली, जिस कारण भारत को 79 रन का टारगेट मिला।
भारत ने अपनाया अटैकिंग अप्रोच, 12 ओवर में जीता टेस्ट
79 रन का टारगेट देख टीम इंडिया ने अटैकिंग अप्रोच अपनाया। ओपनर यशस्वी जायसवाल ने पहली ही बॉल पर चौका लगाया। उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा के साथ मिलकर पहले ओवर में 11 रन बटोरे। यशस्वी ने अपना अटैकिंग अप्रोच जारी रखा और तेजी से 6 चौके लगा दिए।
यशस्वी 23 बॉल में 28 रन बनाकर नांद्रे बर्गर का शिकार हुए। उनके बाद शुभमन गिल 10 और विराट कोहली 12 रन बनाकर आउट हुए। कगिसो रबाडा और मार्को यानसन को भी 1-1 विकेट मिला। आखिर में रोहित ने श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर 12 ओवर में टीम को 3 विकेट के नुकसान पर जीत के पार पहुंचा दिया।