Ground Mirror. मध्यप्रदेश ने पहली बार रविवार को रणजी ट्राॅफी जीत ली है और फाइनल में 41 बार की चैंपियन मुंबई को 6 विकेट से परास्त किया। खिताबी मुकाबले में मुंबई की सारी रणनीतियां धरी की धरी रह गईं। और बेंगलुरू का एम चिन्नास्वामी स्टेडियम इसका गवाह बन गया। 24 साल पहले वर्तमान कोच चंद्रकांत पंडित की कप्तानी में मप्र ने 1998-99 में रणजी ट्राॅफी के फाइनल में प्रवेश किया। जहां मप्र को कर्नाटक से पराजय मिली थी।
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में मैच के आखिरी दिन मुंबई ने दूसरी पारी में 57.3 ओवर में 269 रन बनाए। जिसके बाद मप्र को 108 रन का टारगेट मिला, जिसे मप्र ने आसानी से 29.5 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। मैच के पांचवें और आखिरी दिन मप्र की पहली पारी से 49 रन से पिछड़ी मुंबई ने दूसरी पारी में 113/2 रन से आगे बल्लेबाजी करते हुए 269/10 रन बनाए। सुवेद पारकर 51 को छोड़ कोई बेटर अर्धशतक नहीं बना सका। कप्तान पृथ्वी शाॅ चैथे 44 रन बना सके थे। हालांकि हार्दिक तामोर (25), अरमान जाफर (37) और पहली पारी में शतक जड़ने वाले सरफराज खान (45) ने तेज बल्लेबाजी तो की, लेकिन मप्र के सामने बड़ा टारगेट खड़ा नहीं कर सके। बाॅलर कुमार कार्तिकेन का सामना मुंबई नहीं कर सकी और लगातार विकेट गिरते रहे। कार्तिकेन का साथ गौरव यादव ( 2 विकेट) और पार्थ साहनी (2 विकेट) ने खूब निभाया। सारांश जैन (6-0-14-0) ने शम्स मुलानी को रन आउट किया। पहली पारी में तीन विकेट झटकने वाले अनुभव अग्रवाल को कोई सफलता नहीं मिली। कुल मिलाकर मप्र टीम एकजुट दिखी और बाद में मुंबई से मिले 108 रन के टारगेट को हिमांशु मंत्री (37), शुभव शर्मा (30) और रजत पाटीदार (नाबाद 30 रन) की मदद से हासिल कर लिया। कप्तान आदित्य श्रीवास्तव एक रन बनाकर नाबाद रहे।
कुमार कार्तिकेय काफी घातक रहेः
मप्र के बाॅलर कुमार कार्तिकेय ने पूरे रणजी सीजन में प्रतिद्वंद्वियों के लिए काफी घातक साबित हुए। फाइनल मुकाबले में कार्तिकेय ने पांच (1+4) विकेट लिए। पूरे टूर्नामेंट में कार्तिकेय 32 विकेट लेकर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे खिलाड़ी बने। शम्स मुलानी (मुंबई) 34 विकेट लेकर टाॅप पर रहे।
शुभम प्लेयर आफ द मैच और सरफराज प्लेयर आफ द सीरिजः
मप्र के बेटर शुभम शर्मा (116+30) फाइनल के प्लेयर आफ द मैच बने, जबकि टूर्नामेंट के फाइनल मैच में शतक (134+45) बनाने वाले मुंबई के सरफराज खान को प्लेयर आफ द सीरिज से नवाजा गया। सरफराज ने पूरे टूर्नामेंट में 982 रन बनाए।
संक्षिप्त स्कोरः
मुंबई 374 एवं 269, मध्यप्रदेश 536 एवं 108/4 रन।
परिणामः मप्र 6 विकेट से जीता।