एमपीसीए की मीटिंग के आमंत्रण प्रेषित हो चुके हैं। सभी सदस्यों को 12 मार्च को बुलाया गया है। यह एमपीसीए चुनाव से पहले की बैठक होगी। इसके बाद सितंबर में मीटिंग होगी, जिसमें चुनाव की घोषणा हो सकती है। 12 मार्च की मीटिंग के ऐजेंडे में ग्वालियर स्टेडियम पर चर्चा भी शामिल है। बताते हैं ग्वालियर में एमपीसीए का स्टेडियम कई साल बन रहा है। अब उसके आगे के निर्माण में पैसे की कमी आ रही है, सो ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में ही एमपीसीए से पूरी हो सकती है। बताते हैं बीसीसीआई से पैसा आने वाला है, पर उस पर इन्फ्रास्टेक्चर सब्सिडी की मंजूरी नहीं है। सिंधिया के हस्तक्षेप से सब्सिडी भी मिल सकती है। मीटिंग में अब पहले की तरह विरोध की संभावना बहुत कम है। हालांकि इंदौर डिवीजन के पदाधिकारियों की ओर से कुद सवाल-जवाब की आशंका है। बीडीसीए में ध्रुव नारायण सिंह गुट ने दावा ठोंका है। पिछले माह बैठक कर कुछ गतिविधियों में शामिल होने का प्रदर्शन भी किया गया। मार्केटिंग तो जारी है। पर एमपीसीए की तरफ से अभी तक जो एडहॉक बॉडी जेपी यादव की अध्यक्षता में काम कर रही है, उसे भंग नहीं किया गया है। मीटिंग में बात जरूर उठ सकती है। अब ध्रुव नारायण] सिंधिया के सामने क्या तस्वीर पेश करते हैं, यह तो 12 मार्च को ही पता चल सकेगा। फिलहाल जेपी यादव को एमपीसीए ने लाइफ मेंबर बनाकर उनकी बीडीसीए में स्थिति और मजबूत करने का इशारा किया है।