पत्रकारिता से पूरी तरह समाज को तो नहीं बदल सकते, लेकिन बदलाव के सकारात्मक प्रयास तो कर ही सकते हैं। Ground Mirror न्यूज वेबसाइट के माध्यम से उसी दिशा में एक दीप जलाने का सार्थक प्रयास है। इसके माध्यम से बड़े बदलाव का दावा तो कतई नहीं कर रहा, लेकिन इतना जरूर है कि समाज की बेहतरी, सकारात्मक दिशा दिखाने वाले और लोगों को बेहतर करने लिए प्रोत्साहित करने वालों का सारथी बनने का भरसक प्रयास करुंगा। वहीं समस्याओं और गड़बड़ियों को उजागर कर आइना दिखाने में अपनी पूरी ताकत झोंकने की ईमानदारी से कोशिश की जाएगी। मेरी तीन दशक की पत्रकारिता के बाद महसूस हुआ कि समाज की बहुत सी समस्याएँ और मुद्दे, अभी अनछुए हैं। जिन पर फोकस करना जरूरी है। मैं, प्रिंट मीडिया के बाद सोशल मीडिया में प्रवेश कर रहा हूं। ऐसा तो नहीं कह सकता कि आने वाला समय पूरी तरह से सोशल मीडिया का होगा, लेकिन वर्तमान में सोशल मीडिया टक्कर जरूर दे रहा है प्रिंड मीडिया को। यूं तो दुनिया में करीब 200 साल पुराने समाचार पत्र आज भी प्रकाशित हो रहे हैं और पढ़े जा रहे हैं, पर सोशल मीडिया ने समाज में प्रभावी स्थान बना लिया है।इस कार्य में मेरे अनेक मित्र, पत्रकार साथी और बेहद नजदीकी लोगों का मार्गदर्शन और सहयोग होंसला अफजाई में मील का पत्थर साबित हो रहा है। -ब्रह्मप्रकाश श्रीवास्तव , पत्रकार, भोपाल
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