भोपाल। रणजी ट्राॅफी क्वार्टर फाइनल मुकाबले में गुरूवार को मुंबई ने उत्तराखंड को 725 रन से हराकर इतिहास रच दिया। यह रनों के लिहाज से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में मुंबई की सबसे बड़ी जीत है। मंुबई ने उत्तराखंड को 795 का लक्ष्य दिया था, लेकिन उत्तराखंड की पूरी टीम दूसरी पारी में मात्र 69 रन पर ढेर हो गई। अलूर (हरियाणा) में मुंबई की जीत इतिहास में दर्ज हो गई। इससे पहले 1929-30 में न्यू साउथ वेल्स ने क्वींसलैंड पर 685 रन से जीत दर्ज की थी। अब 93 साल बाद मुंबई ने यह रिकार्ड अपने नाम कर लिया है। रणजी ट्राॅफी इतिहास में भी रनों के अंतर से यह मुंबई की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले बंगाल ने ओडिसा को 2953-54 में 540 रन से परास्त किया था।
मुंबई ने अपनी पहली पारी 8 विकेट पर 647 रन बनाकर घोषित की थी। जिसमें प्लेयर आॅफ द मैच सुवेद पारकर ने डेब्यू मैच में ही दोहरा शतक जमा दिया। पारकर ने 252 रन की पारी खेली, पर वह अपने कोच अमोल मजूमदार का रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए। पारकर के अलावा सरफराज खान ने भी 153 रन बनाए। अरमान जफर और शम्स मुलानी ने भी अर्धशतक ठोंके।
जवाब में उत्तराखंड की टीम पहली पारी में सिर्फ 114 रन ही बना सकी।कमल सिंह (40) के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज क्रीज पर टिक नहीं पाया। मुंबई ने दूसरी पारी तीन विकेट पर 261 रन के स्कोर पर घोषित की। दूसरी पारी में मुंबई के लिए कप्तान पृथ्वी शॉ ने 72, यशस्वी जायसवाल ने 103 रन बनाए थे। इसके बाद उत्तराखंड को 795 रन का विशाल लक्ष्य मिला. इसका पीछा करते हुए उत्तराखंड की टीम 69 रन पर ढेर हो गई। अब मुंबई का सेमीफाइनल में मुकाबला मध्यप्रदेश से होगा। उधर मप्र ने पंजाब को 10 विकेट से हराकर 1998 के बाद सेमीफाइनल में जगह बनाई है।