BHOPAL. मिशन 2024 के तहत बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के मोर्चा प्रभारियों की नियुक्ति में बड़ा बदलाव किया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को इसकी मंजूरी दी। इसमें मध्यप्रदेश के लिहाज से बड़ा बदलाव हुआ है। जिसमें एससी मोर्चा के प्रभारी लाल सिंह आर्य की जगह अब तरुण चुघ को कमान सौंपी गई है।
कौन किस मौर्चा का नया प्रभारी
युवा मोर्चा : सुनील बंसल
महिला मोर्चा: बैजयंत जय पांडा
किसान मोर्चा: बंडी संजय कुमार
एससी मोर्चा: तरुण चुघ
एसटी मोर्चा: डॉ. राधा मोहल दास अग्रवाल
ओबीसी मोर्चा: विनोद तावड़े
अल्पसंख्यक मोर्चा : दुष्यंत कुमार गौतम
यहां बात दें पार्टी अध्यक्ष नड्डा ने पिछले महीने के अंतिम हफ्ते में पार्टी की दो दिवसीय बैठक बुलाई थी और आगामी कार्यक्रमों का एजेंडा तैयार किया था। इस बैठक मे सभी पदाधिकारियों को मिशन मोड में काम करने की हिदायत दी गई थी।
लाल सिंह आर्य एससी मार्चा के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री भी रहे
शिवराज सरकार में मंत्री रहे लाल सिंह आर्य पिछले विधानसभा चुना- 2023 में गोहद सीट ने मैदान में उतरे थे, लेकिन हार गए। वे मध्यप्रदेश के अनुसूचित जाति के नेताओं में बड़ा चेहरा हैं। बुधवार को हुई बीजेपी के मोर्चा प्रभारियों की नई नियुक्ति से पहले आर्य एससी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ( प्रभारी) थे।
पहले ये थे मोर्चा प्रभारी
पहले तेजस्वी सूर्य – युवा मोर्चा, वानती श्रीनिवासन – महिला मोर्चा, लाल सिंह आर्य -एससी मोर्चा, समीर उरांव- एसटी मोर्चा, जमाल सिद्दीकी-अल्पसंख्यक मोर्चा और राजकुमार चाहर-किसान मोर्चा के अध्यक्ष थे।
इसलिए आर्य को बनाया था अध्यक्ष
एससी-एसटी एक्ट को कमजोर किए जाने के खिलाफ 2 अप्रैल 2018 को हुए दलित आंदोलन और हिंसा के बाद मध्यप्रदेश में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ गई थी। ग्वालियर और उसके आसपास हुए इस आंदोलन में 8 जानें गईं थी। हालात पर जैसे- तैसे काबू पाया गया था। इसके बाद भी दलितों में बीजेपी के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश था। इसके बाद तत्कालीन मंत्री लाल सिंह को पार्टी में एससी मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था। इसके पीछे यही मंशा रही थी कि लाल सिंह की नियुक्ति से दलितों में बीजेपी के प्रति नाराजगी दूर होगी। हालांकि इसके बाद 2018 के विधानसभा चुनाव में लाल सिंह को गोहद सीट से पराजय झेलनी पड़ी थी। वे नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में भी नहीं जीत सके।